2025, Vol. 7, Issue 4, Part C
राष्ट्रीय काव्य धारा का आधुनिक साहित्य में प्रभाव
Author(s): सोनू
Abstract: राष्ट्रीय काव्य धारा ने आधुनिक भारतीय साहित्य को एक नई दिशा, उद्देश्य और सामाजिक चेतना प्रदान की है। इस धारा के माध्यम से साहित्य राष्ट्रप्रेम, स्वतंत्रता संग्राम, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक समानता जैसे महत्वपूर्ण विषयों का वाहक बना। आधुनिक कविता, कहानी और नाटक में इस धारा की प्रेरणा से राष्ट्र की समस्याओं, जनआंदोलनों और सामाजिक बदलावों को प्रमुखता मिली। स्वतंत्रता के बाद साहित्य में राष्ट्रवाद के नए स्वरूप उभरे, जो लोकतंत्र, न्याय, और मानवाधिकार जैसे मूल्यों पर आधारित थे। दिनकर, गुप्त, सुभद्राकुमारी चौहान जैसे कवियों की रचनाएँ आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं। राष्ट्रीय काव्य धारा ने न केवल साहित्यिक विधाओं को समृद्ध किया, बल्कि जनसामान्य को जागरूक बनाने में भी भूमिका निभाई। आज भी आधुनिक लेखक इस धारा की चेतना को जीवंत रखते हुए सामाजिक एवं राष्ट्रीय सरोकारों को साहित्य में स्थान दे रहे हैं।
DOI: 10.33545/27068919.2025.v7.i4c.1479Pages: 257-262 | Views: 140 | Downloads: 26Download Full Article: Click Here