International Journal of Advanced Academic Studies International, Peer reviewed, Refereed, Open access, Multidisciplinary Journal
Peer Reviewed Journal

2025, Vol. 7, Issue 3, Part A


बिहार में पर्यटन विकास के परिदृश्य


Author(s): वेद प्रकाश कुमार

Abstract: बिहार अपनी समृद्ध संस्कृति और गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है। यह अपने धार्मिक स्थलों और अपनी प्राचीन सभ्यता के लिए प्रसिद्ध है। यह राज्य पर्यटकों को प्राचीन वस्तुओं और कलाकृतियों, ऐतिहासिक स्मारकों, वास्तुकला, सांस्कृतिक विविधताओं, त्योहारों और मेलों, योग, पर्यावरण-पर्यटन, कला और शिल्प के साथ-साथ अद्वितीय व्यंजन के रूप में एक विशाल विकल्प प्रदान करता है। राज्य में पर्यटन की क्षमताओं और संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने सकारात्मक पहल की हैं। सरकार ने 900 स्थलों की पहचान की है और जिसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है। बिहार में पर्यटन के लिए बहुत सारे प्रसिद्ध स्थान हैं। बिहार का हर एक क्षेत्र सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधताओं से भरपूर है। बिहार एक ऐसा राज्य है, जिसका पर्यटन के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय महत्व बहुत ज्यादा है। अभी कुछ समय पहले ही बिहार की राजधानी पटना में एक विशाल राज्य संग्रहालय का उद्घाटन किया गया है। जिसके माध्यम से बिहार के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को और भी व्यापक तरीके से समझने में मदद मिल सकती है। इतनी विशेषताओं और पर्यटन के संभावनाओं से भरा बिहार भारत के सबसे कम आंके जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है। देश के पूर्वी भाग में स्थित, राज्य कई हिंदू और बौद्ध तीर्थ स्थलों का घर है, जिनमें महाबोधि मंदिर, नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय, राजगीर और वैशाली के बौद्ध स्थलों के साथ साथ केसरिया के हिंदू मंदिर भी शामिल हैं। राज्य में कैमूर की पहाड़ियां और गंगा नदी जैसे कई भौगोलिक और पारिस्थितिक आकर्षण भी प्रदान करता है। हालांकि, राज्य की पर्यटन क्षमता के बारे में बुनियादी ढांचे और जागरूकता की कमी के परिणामस्वरूप बिहार को भारत में कुल विदेशी पर्यटकों के आगमन का बहुत कम प्रतिशत प्राप्त हुआ है। पर्यटन क्षेत्र में जल संसाधन का अत्यधिक महत्व है क्योंकि पर्यटन स्थलों को पुनर्जीवित करने और विकसित करने की इसकी प्रबल क्षमता है। जल संसाधनों से संपन्न क्षेत्र पानी से संबंधित विभिन्न प्रकार के उत्पादों और अनुभवों की पेशकश कर सकते हैं। विभिन्न प्रकार के जल संसाधन पर्यटन स्थलों को विविध रूपों में विकसित किया जा सकता है।

DOI: 10.33545/27068919.2025.v7.i3a.1464

Pages: 58-62 | Views: 224 | Downloads: 80

Download Full Article: Click Here

International Journal of Advanced Academic Studies
How to cite this article:
वेद प्रकाश कुमार. बिहार में पर्यटन विकास के परिदृश्य. Int J Adv Acad Stud 2025;7(3):58-62. DOI: 10.33545/27068919.2025.v7.i3a.1464
Copyright © 2025. All Rights Reserved.
International Journal of Advanced Academic Studies
Call for book chapter
Journals List Click Here Research Journals Research Journals