2024, Vol. 6, Issue 8, Part B
देहरादून में किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियाँ
Author(s): Km. Shahnaj and Dr. Pooja mishra
Abstract: किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण विकासात्मक चरण है, जो पर्याप्त मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और जैविक परिवर्तनों से चिह्नित है। उत्तर भारत के एक शहर देहरादून में, किशोरों को विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जो तत्काल ध्यान देने की मांग करते हैं। यह सार देहरादून में किशोरों के लिए प्रचलित मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों, योगदान करने वाले कारकों और संभावित हस्तक्षेपों का अवलोकन प्रदान करता है। प्रचलित मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे देहरादून में किशोरों को आम तौर पर अवसाद और चिंता का सामना करना पड़ता है, तीव्र शैक्षणिक दबाव, सामाजिक गतिशीलता और पारिवारिक अपेक्षाओं के कारण उच्च प्रचलन। मादक द्रव्यों का सेवन शराब और नशीली दवाओं के उपयोग के बढ़ते मामले। व्यवहार संबंधी विकार उल्लेखनीय मुद्दे जैसे आक्रामकता, अवज्ञा और अन्य आचरण विकार। खाने के विकार पारिवारिक गतिशीलता - खराब पारिवारिक रिश्ते और माता-पिता के सहयोग की कमी से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। सोशल मीडिया का प्रभाव - साइबर बदमाशी, शरीर की छवि से जुड़े मुद्दे और सोशल मीडिया के संपर्क में आने के कारण जीवन की अवास्तविक तुलना। जागरूकता की कमी और कलंक - मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सीमित समझ और कलंक के कारण किशोर मदद लेने से कतराते हैं। संभावित हस्तक्षेप - इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है - स्कूल-आधारित कार्यक्रम - मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा, परामर्श सेवाएं और तनाव प्रबंधन कार्यशालाओं का क्रियान्वयन। सामुदायिक जुड़ाव - जागरूकता अभियानों और सहायता नेटवर्क में माता-पिता, शिक्षकों और समुदाय के नेताओं को शामिल करना। पेशेवर समर्थन - मनोवैज्ञानिकों, मनोचिकित्सकों और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों तक पहुंच बढ़ाना। नीति कार्यान्वयन: किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए सरकार और गैर-सरकारी संगठनों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना।
DOI: 10.33545/27068919.2024.v6.i8b.1250Pages: 75-81 | Views: 254 | Downloads: 83Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
Km. Shahnaj, Dr. Pooja mishra.
देहरादून में किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियाँ. Int J Adv Acad Stud 2024;6(8):75-81. DOI:
10.33545/27068919.2024.v6.i8b.1250