Abstract: गांव में रहने वाली लड़कियों का बाहरी दुनिया के साथ सीमित संपर्क होता है। लड़कियां परंपरागत रूप से घरेलू कार्य ही करती हैं। इस शोध लेख के उद्देश्य ग्रामीण लड़कियों के आदर्श व्यक्तित्वों को जानना, उनके इन आदर्शों के निर्माण के पीछे के कारणों को समझना, इन आदर्शों के निर्माण में शिक्षिकाओं की भूमिका को समझना प्रमुख है। यह शोध गुणात्मक पद्धति के साथ किया गया है। इसमें साक्षात्कार, अनौपचारिक बातचीत का शोध उपकरण के रूप में उपयोग किया गया है। शोध के निष्कर्ष हमें ग्रामीण लड़कियों के आदर्श व्यक्तित्वों के निर्माण को समझने एवं गांव में विद्यालय एवं शिक्षिकाओं की भूमिका को समझने में सहायक है एवं एक नई समझ एवं दृष्टि इस संबंध में देते हैं। यह शोध बेहतर शिक्षक और बेहतर विद्यालय वातावरण के महत्त्व को सामने लाता है।