हरियाणा में शैक्षणिक विषमता : शिक्षा में लिंग अंतर का एक संक्षिप्त अध्ययन।
Author(s): अविनाश आर्य, रचना ग्रोवर
Abstract: शिक्षा या साक्षरता ; स्थानीय, राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर जीवन की गुणवत्ता को उन्नत करने तथा सामाजिक, सांस्कृतिक और वित्तीय प्रगति का आकलन करने के लिए एक आवश्यक संकेतक है । यह देश के प्रत्येक मनुष्य के लिए आवश्यक होता है कि वह अपने राष्ट्र की अज्ञानता और पिछड़ेपन से रक्षा करें । यह एक प्रकार से अंधेरे में प्रकाश जैसा कार्य करता है इसलिए मनुष्य के लिए शिक्षा का महत्व लगातार बढ़ रहा है। तथापि इसका समाज, धर्म, लिंग, जाति, आर्थिक स्थिति से संबंध होने के कारण इसका प्रभाव अलग अलग होता है । उपस्थित लेख भारत की जनगणना और हरियाणा की प्राथमिक जनगणना 2001-11 के सार से प्राप्त द्वितीयक आंकड़ों पर आधारित है जिसमें हरियाणा राज्य में शैक्षणिक प्राप्ति में महिला और पुरुष आबादी के बीच मौजूदा अंतरों का आकलन किया गया है । साक्षरता लैंगिक असमानता की गणना असमानता सूचकांक द्वारा की गई है । इसमें यह पाया गया है कि वहां जिला स्तर पर साक्षरता दर में व्यापक स्तर पर अंतर देखने को मिलता है । अधिक अवसरों के कारण तथा जागरूकता के साथ-साथ स्कूली शिक्षा तक पहुंच के कारण पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक अवसर प्राप्त हुए जिसके कारण सभी जिलों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की साक्षरता अधिक पाई जाती है ।
अविनाश आर्य, रचना ग्रोवर. हरियाणा में शैक्षणिक विषमता : शिक्षा में लिंग अंतर का एक संक्षिप्त अध्ययन।. Int J Adv Acad Stud 2022;4(3):61-68. DOI: 10.33545/27068919.2022.v4.i3a.824