Abstract: तनाव शब्द आज किसी से भी अनजाना नहीं है। बच्चा जिस पल से विद्यालय जाना आरम्भ करता है, उसी क्षण से वह तनावग्रस्त होना शुरू हो जाता है। उसे इस बात की पीड़ा रहती है कि वह माता-पिता की छत्रछाया छोड़कर विद्यालय के एकदम अनजाने वातावरण में किस प्रकार अपने लिये उपयुक्त स्थान बनायेगा। वह कैसे अपने वजन से भी अधिक भारी बस्ते का बोझ अपने छोटे-छोटे कन्धों पर उठायेगा। सुबह उठते ही बस की भागदौड़ ऊपर से भारी भरकम पाठ्यक्रम, सीमा से अधिक दिया गया गृहकार्य, यह सब उसे बचपन से ही तनावग्रस्त कर देते हैं।