Abstract: इस शोध पत्र के माध्यम से कार्यशील महिलाओं के पारिवारिक समायोजन, उनकी दोहरी भूमिका का निर्वहन व उनकी आर्थिक व सामाजिक स्थिति का अध्ययन किया गया हैं। कार्यरत महिलाएँ इतनी कठिनाइयों से जूझने के बाद भी अपने कार्य व परिवार के बीच सामंजस्य बैठाने में सक्षम पाई गयी। अतः यह कहा जा सकता है कि आज के इस नारी सशक्तिकरण के दौर में महिलाये इतनी सक्षम व आत्म निर्भर बन गई हैं कि वे प्रत्येक क्षेत्र में चाहे वो घर परिवार हो य उनका कार्यक्षेत्र अपना परचम फहरा रही है।