2021, Vol. 3, Issue 3, Part B
उन्नाव जिले के प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर योग शिक्षा का विद्यार्थियों के नैतिक मूल्यों पर प्रभाव का अध्ययन
Author(s): मनोज कुमार श्रीवास्तव, डॉं. छाया श्रीवास्तव
Abstract: इस शोध पत्र के द्वारा प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर योग शिक्षा का विद्यार्थियों के नैतिक मूल्यांे पर प्रभाव का अध्ययन किया गया है। शोध क्षेत्र के प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर योग शिक्षा का छात्रों के नैतिक मूल्य पर पड़ने वाले प्रभाव में सार्थकता का औसत उपलब्धि 61.65 है तथा मानक विचलन 8.34 है। व छात्राओं के नैतिक मूल्य पर पड़ने वाले प्रभाव में सार्थकता का औसत उपलब्धि 62.47 है तथा मानक विचलन 7.88 है। 1438 क िपर सार्थकता के लिए श्जश् का मानक मान 0.01 विश्वास स्तर पर 2.58 तथा 0.05 विश्वास स्तर पर 1.96 है, जबकि अध्ययन से प्राप्त श्जश् का मान 1.92 है, जो कि दोनो विश्वास स्तरांे के मानों से कम है। अतः शोध क्षेत्र के प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर योग शिक्षा का छात्र व छात्राओं के नैतिक मूल्य पर पड़ने वाले प्रभाव में कोई सार्थक अन्तर नहीं है। शोध क्षेत्र के 88.89 प्रतिशत प्रधानाध्यापक, 81.94 प्रतिशत शिक्षक, 75.00 प्रतिशत अभिभावक व 74.51 प्रतिशत छात्रों का अभिमत है कि प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर अध्ययनरत विद्यार्थियों में योग कक्षाओं का नैतिक मूल्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
DOI: 10.33545/27068919.2021.v3.i3b.586Pages: 104-107 | Views: 782 | Downloads: 263Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
मनोज कुमार श्रीवास्तव, डॉं. छाया श्रीवास्तव.
उन्नाव जिले के प्रारंभिक शिक्षा स्तर पर योग शिक्षा का विद्यार्थियों के नैतिक मूल्यों पर प्रभाव का अध्ययन. Int J Adv Acad Stud 2021;3(3):104-107. DOI:
10.33545/27068919.2021.v3.i3b.586