आदिवासी समाज का यथार्थ: रणेन्द्र कृत "ग्लोबल गाँव के देवता" के सन्दर्भ में
Author(s): ज्योति राठौर और डॉ. वीणा छंगाणी
Abstract: प्रस्तुत अध्ययन आदिवासियों की आधुनिक समस्याओ पर आधारित है जिसके अंतर्गत आदिवासियों के आर्थिकए सामाजिकए धार्मिक तथा सांस्कृतिक जीवन को आधार बनाया गया है। अतः यह अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि विकास के बढ़ते अवसरों ने आदिवासियों के सांस्कृतिक मूल्योंए उनकी भाषा शैलीए धार्मिक व्यवस्थाओ तथा व्यवसाय को बुरी तरह प्रभावित किया है। जिसके परिणाम के रूप में आदिवासी वर्ग के अंतर्गत लगातार पलायन और बेरोगजारी जैसी समस्याओ का उत्पन्न होना है।
ज्योति राठौर और डॉ. वीणा छंगाणी. आदिवासी समाज का यथार्थ: रणेन्द्र कृत "ग्लोबल गाँव के देवता" के सन्दर्भ में. Int J Adv Acad Stud 2020;2(4):361-363. DOI: 10.33545/27068919.2020.v2.i4f.426