Abstract: जीवकान्त मैथिली साहित्यक एकटा चिरपरिचित नाम थिक जे खास शैलीक कारणे चिन्हल जाइत छथि। ओना ओ अपनाकें कवि मानैत रहलाह, मुदा हुनक कलम कथो पर चलल आ उपन्यासो पर। जखन जे हिनक प्रकाशित भेलनि, तखन से हिनका लोक मानैत गेलनि। जीवकान्त कविताक अतिरिक्त कथा, उपन्यास ओ बालसाहित्य प्रचूरमात्रामे लिखलनि आ सभ क्षेत्रमे समान रूपसँ यश प्रतिष्ठा अर्जित कयलनि।