ब्रिटिश शासन में भारतीय पारंपरिक अर्थव्यवस्था का विघटनः एक अध्ययन
Author(s): अखिलेन्द्र कुमार रंजन
Abstract: अंग्रेजों द्वारा अपनाई जाने वाली आर्थिक नीतियों ने भारत की अर्थव्यवस्था का औपनिवेशिक अर्थव्यवस्था में तेजी से परिवर्तन किया, जिसकी प्रकृति और संरचना ब्रिटिश अर्थव्यवस्था की जरूरतों के अनुसार निर्धारित की गई थी। इस संबंध में भारत की ब्रिटिश विजय पिछले सभी विदेशी विजय से भिन्न थी। पिछले विजेताओं ने भारतीय राजनीतिक शक्तियों को उखाड़ फेंका था, लेकिन देश की आर्थिक संरचना में कोई बुनियादी बदलाव नहीं किया थाय वे धीरे-धीरे भारतीय जीवन का हिस्सा बन गए थे, राजनीतिक और साथ ही आर्थिक। किसान, कारीगर और व्यापारी पहले की तरह ही अस्तित्व का नेतृत्व करते रहे।
Pages: 165-169 | Views: 1668 | Downloads: 1321Download Full Article: Click HereHow to cite this article:
अखिलेन्द्र कुमार रंजन. ब्रिटिश शासन में भारतीय पारंपरिक अर्थव्यवस्था का विघटनः एक अध्ययन. Int J Adv Acad Stud 2019;1(1):165-169.