2019, Vol. 1, Issue 1, Part A
‘मुर्दहिया' दलित संस्कृति की गाथा
Author(s): ज्वाला चन्द्र चौधरी
Abstract: दलित साहित्याकाश को जिन दलित कलमकशों ने भुक्त यथार्थालोक से आलोकित किया, उनमें दलित-चेतना-दिवाकर तुलसीराम अग्रगण्य प्रतीत होते हैं। इनकी ‘मुर्दहिया’ वह आत्मकथात्मक मशाल है, जिसके प्रकाश से सरोबोर है, उनका संपूर्ण संघर्षी व्यक्तित्व।
DOI: 10.33545/27068919.2019.v1.i1a.245Pages: 69-71 | Views: 8728 | Downloads: 8089Download Full Article: Click Here